दीपावली पर सरस्वती व गणेश पूजन क्यों ?


दीपावली पर सरस्वती व गणेश पूजन क्यों ? 


देवी-देवताओं और अवतारों के चित्र हमें जीवन प्रबंधन के कई सूत्र सिखाते हैं, बस जरूरत है इनमें गहराई उतरने की। हर हिंदू परिवार में लक्ष्मी का चित्र होता है लेकिन लक्ष्मी के साथ सरस्वती, गणपति भी होते हैं। आखिर लक्ष्मी, सरस्वती और गणपति में क्या रिश्ता है कि तीनों देवी-देवता एक साथ पूजे जाते हैं। इसके अलावा कमल पर बैठी लक्ष्मी, पीछे दो हाथी आदि चीजें भी हमें कई बातें बताते हैं। आइए जानते हैं कि ये चित्र हमें क्या सिखाता है:-



  • चित्र में लक्ष्मी के साथ सरस्वती और गणपति हैं, सरस्वती ज्ञान की देवी हैं और गणपति बुद्धि के देवता। यह चित्र हमें समझाता है कि अगर हम लक्ष्मी को बुलाते हैं, उसका आवाहन करते हैं तो अकेले लक्ष्मी को न बुलाएं, सरस्वती यानी ज्ञान और गणपति यानी बुद्धि को भी बुलाएं।
  •  धन आए तो उसे अपने ज्ञान से संभालें और बुद्धि के उपयोग से उसे निवेश करें। इससे लक्ष्मी का स्थायी निवास होगा।
  •  इसीलिए दीपावली इसी चित्र की पूजा की जाती है। हम लक्ष्मी से प्रार्थना करते हैं कि वे हमारे घर में विराजें, साथ विद्या और बुद्धि भी लाएं।
  •  सरस्वती लक्ष्मी की दांयी और गणपति बांई ओर बैठे हैं। मनुष्य का दांयी ओर का मस्तिष्क ज्ञान के लिए होता है। उस ओर हमारा ज्ञान एकत्र होता है और बांई ओर का मस्तिष्क रचनात्मक होता है। गणपति बुद्धि के देवता है, हमारी बुद्धि रचनात्मक होनी चाहिए।
  •  लक्ष्मी कमल के फूल पर बैठी हैं, कमल को सबसे पवित्र फूल माना जाता है, इसका अर्थ है हम जिस जरिए से धन कमाते हैं, जिस रास्ते लक्ष्मी हमारे घर में आती है वह बहुत पवित्र होना चाहिए।